
इस वर्ष दीवाली का त्योहार अत्यंत विशेष है क्योंकि लगभग 100 साल बाद ‘महालक्ष्मी राजयोग’ का शुभ संयोग बन रहा है। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार यह योग धन, सौभाग्य और समृद्धि को आकर्षित करने वाला माना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा से घर-परिवार में धन-वृद्धि और सुख-शांति का आशीर्वाद मिलता है।
लक्ष्मी पूजन की तिथि और समय
कार्तिक अमावस्या तिथि 2025 में 20 अक्टूबर को दोपहर 3:44 बजे से शुरू होकर 21 अक्टूबर शाम 5:54 बजे तक रहेगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 20 अक्टूबर (सोमवार) को ही मुख्य दीवाली मनाना शुभ होगा।
शुभ मुहूर्त:
- प्रदोष काल: शाम 5:46 से रात 8:18 तक
- वृषभ काल: शाम 7:08 से रात 9:03 तक
- सर्वोत्तम पूजन समय: शाम 7:08 से 8:18 तक
इन समयों में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।
क्या है महालक्ष्मी राजयोग?
महालक्ष्मी राजयोग तब बनता है जब ग्रहों का विशेष संयोजन धन और समृद्धि को सक्रिय करता है। इस वर्ष चंद्रमा और मंगल की युति के साथ गुरु का शुभ स्थित होना ऐसा ही अद्भुत योग निर्माण कर रहा है। यह संयोग लोगों को आर्थिक तरक्की, नए अवसर और मां लक्ष्मी की कृपा दिलाने वाला माना जा रहा है।
किन राशियों के लिए शुभ है यह दीवाली?
महालक्ष्मी राजयोग मुख्य रूप से कुछ राशियों के लिए अत्यंत शुभ फल दायक साबित हो सकता है —
- मेष राशि के लिए नए निवेश और करियर में वृद्धि।
- मिथुन राशि वालों को आर्थिक लाभ और उन्नति के संकेत।
- कन्या राशि के लिए रुके हुए कार्य पूरे होने के योग।
- तुला राशि वालों को धन-सौभाग्य की प्राप्ति।
- धनु राशि के लिए नए व्यवसायिक अवसर।
- मकर राशि वालों को संपत्ति और प्रतिष्ठा में वृद्धि की संभावना।
लक्ष्मी पूजन विधि और टिप्स
- पूजा से पहले घर की सफाई करें और उत्तर-पूर्व दिशा में दीप जलाएँ।
- लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा या चित्र को कुंकुम, चावल, पुष्प और मिष्ठान्न से पूजें।
- पूजन में बताशे, नारियल और कमल के फूल का भोग अवश्य लगाएँ।
- लक्ष्मी मंत्र – “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” का 108 बार जप करें।
- दीपावली की रात नए साल की वित्तीय शुरुआत या धन-निवेश के लिए शुभ मानी गई है।
दीवाली 2025 सिर्फ़ प्रकाश और उत्सव का त्योहार नहीं बल्कि एक अद्भुत ज्योतिषीय अवसर भी है। 100 साल बाद आने वाला यह ‘महालक्ष्मी राजयोग’ आध्यात्मिक ऊर्जा के साथ-साथ आर्थिक संपन्नता का द्वार खोल सकता है। यदि पूजन विधिपूर्वक किया जाए, तो मां लक्ष्मी की असीम कृपा प्राप्त हो सकती है।




