कभी भारत की सबसे होनहार और ग्रीन मोबिलिटी की दिशा में क्रांतिकारी मानी जाने वाली कंपनी BluSmart, आज एक गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रही है। इस स्टार्टअप ने न केवल टेक्नोलॉजी और सस्टेनेबिलिटी के क्षेत्र में एक नई लहर चलाई थी, बल्कि इसमें देश के कई हाई-प्रोफाइल नामों ने निवेश किया था।
BluSmart की निवेशकों की लिस्ट में हैं—टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, बॉलीवुड स्टार दीपिका पादुकोण, और भारत के चर्चित एंटरप्रेन्योर अशनीर ग्रोवर जैसे दिग्गज नाम। लेकिन अब, यह स्टार्टअप गहरी आर्थिक मुश्किलों में फंसा हुआ है।
क्या था BluSmart का वादा?
BluSmart ने भारतीय राइड-हेलिंग मार्केट को इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ साफ-सुथरा, टिकाऊ और प्रदूषण-मुक्त विकल्प देने का वादा किया था। इसका फुली इलेक्ट्रिक फ्लीट, ज़ीरो एमीशन मॉडल और ऐप-बेस्ड इकोसिस्टम इसे Ola और Uber से अलग बनाते थे। कंपनी ने दिल्ली-NCR और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में अपनी मौजूदगी मजबूत की थी।
लेकिन अब क्यों संकट में है BluSmart?
हाल के महीनों में BluSmart को लगातार घाटे का सामना करना पड़ा है। कंपनी की ऑपरेशनल कॉस्ट, EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का मेंटेनेंस, और पर्याप्त कैशफ्लो की कमी जैसे फैक्टर्स ने इसकी बैलेंस शीट को हिला कर रख दिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, BluSmart को नए निवेश की सख्त जरूरत है—लेकिन मौजूदा मार्केट सिचुएशन और निवेशकों की सतर्कता को देखते हुए, यह मिलना आसान नहीं लग रहा।
निवेशकों की चिंता बढ़ी
जब किसी स्टार्टअप में सेलेब्रिटी और हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स निवेश करते हैं, तो उससे मार्केट में भरोसे का एक सिग्नल जाता है। लेकिन BluSmart का मौजूदा हाल उसके निवेशकों के लिए भी चिंता का सबब बन गया है।
अगर BluSmart समय पर फंडिंग या स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप नहीं जुटा पाया, तो यह भारत की EV राइड-हेलिंग स्पेस का एक और अधूरा सपना बन सकता है।
आगे क्या?
जहां एक ओर देश भर में EV और ग्रीन मोबिलिटी की मांग बढ़ रही है, वहीं BluSmart जैसे पायनियर के लिए अब वक्त की मांग है—मजबूत फाइनेंशियल स्ट्रैटेजी, कॉस्ट कटिंग, और नए निवेश का भरोसा।
क्या BluSmart इस संकट से उभर पाएगा या फिर ये स्टार्टअप बुलेट ट्रेन की रफ्तार से आई और स्टेशन तक पहुंचने से पहले ही रुक गई? यह देखने वाली बात होगी।